राजस्थान में नागौर के खींवसर और झुंझुनू के मंडावा विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को मतदान किया जाएगा।
दोनों ही जगह 24 अक्टूबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा।
दोनों ही सीटों के लिए चुनाव आयोग ने आज तारीखों का ऐलान कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस के अलावा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी किया इन दोनों सीटों के संभावित परिणाम के कारण इज्जत दांव पर है।
इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंडावा और खींवसर में चुनाव प्रचार का अनौपचारिक ऐलान और प्रचार भी शुरू कर दिया है।
माना जा रहा है कि नागौर के खींवसर सीट पर हनुमान बेनीवाल अपने भाई नारायण बेनीवाल या पार्टी के किसी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को टिकट देकर मैदान में उतार सकती है।
यहां पर भारतीय जनता पार्टी को हनुमान बेनीवाल के साथ गठबंधन यह सीट आरएलपी के लिए झुंझुनूं की सीट पर बीजेपी उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है।
यहां पर आरएलपी को बीजेपी के साथ गठबंधन कर सीट बीजेपी के लिए छोड़नी पड़ सकती है।
दोनों सीटों पर कांग्रेस में जोरदार माथापच्ची करनी पड़ रही है। कांग्रेस मंडावा से रीटा चौधरी को टिकट दे सकती है।
यहां पर रीटा चौधरी दिसम्बर 2018 में विधानसभा चुनाव हार चुकीं हैं। खींवसर में कांग्रेस के सवाईसिंह चौधरी भी दिसम्बर 2018 में चुनाव हार चुके हैं।
इन दोनों सीटों पर जीत-हार ही सचिन पायलट, अशोक गहलोत, हनुमान बेनीवाल और हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष बने सतीश पूनिया की आगे आने वाले 4 साल की राजनीति तय करेगी।
कहा यह भी जा रहा है कि कांग्रेस के नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी को हनुमान बेनीवाल खींवसर से टिकट देकर कांग्रेस को झटका दे सकती है।